भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी की दिल्ली से रुड़की लौटते समय मर्सिडीज कार नारसन के समीप हाईवे के डिवाइडर से जा टकराई। गाड़ी रेलिंग तोड़कर दूसरी तरफ जहां पहुंची जिसके बाद उसमें आग लग गई l। घटना सुबह 5:30 बजे की बताई जा रही है। जिसके बाद राहगीरों की सूचना पर गंभीर रूप से घायल ऋषभ पंत को दिल्ली रोड स्थित सक्षम हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। सक्षम हॉस्पिटल के डॉक्टर सुशील नागर ने बताया कि ऋषभ पंत के पैर में फ्रैक्चर आया है और माथे पर भी चोट है। माथे पर कुछ टांके लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि भर्ती के दौरान ऋषभ पंत की हालत थोड़ी गंभीर थी लेकिन जैसे-जैसे समय गुजरा तो हालत ठीक होने लगी। इसके बाद ऋषभ पंत को देहरादून स्थित मैक्स हॉस्पिटल में ले जाया गया। बताया गया है कि यहां ऋषभ पंत की प्लास्टिक सर्जरी भी होगी।

बताया जा रहा है कि गाड़ी तेज स्पीड से पहले डिवाइडर के किनारे किनारे लगी किनारे लगी लोहे की मजबूत बैरिकेडिंग रैली रेलिंग से टकराई उसके बाद करीब-करीब हवा में उड़ते हुए रेलिंग तोड़कर डिवाइडर के बीच में लगे खंभे को तोड़कर हाईवे के दूसरी तरफ रॉन्ग साइड में जा पहुंची और तेज गति से सड़क पर घसीटते हुए करीब 200 मीटर की दूरी पर जाकर गाड़ी थमी। इसके बाद उसमें आग लग गई। बताया गया है कि मौके पर पहुंचे राहगीरों ने किसी तरह शीशे तोड़कर ऋषभ पंत को बाहर निकाला। जिसके बाद सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें नारसन से रुड़की की ओर करीब 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सक्षम हॉस्पिटल में पहुंचाया गया।

शुगर मिल में ड्यूटी के लिए जा रहे युवक ने की मदद

– रुड़की के सक्षम हॉस्पिटल में जब ऋषभ पंत को भर्ती कराया गया तो इस दौरान दो युवक भी थे। बताया गया है कि इनमें से एक युवक पुरकाजी के समीप शकरपुर गांव का है और वह घटनास्थल से कुछ किलोमीटर दूर आगे लिब्बरहेरी में स्थित उत्तम शुगर मिल में नौकरी करता है। सुबह के समय वह अपनी ड्यूटी पर जा रहा था। इसी दौरान दुर्घटना में घायल हुए ऋषभ पंत को पहचान लिया। डॉ सुशील नागर ने बताया कि अस्पताल में जब ऋषभ को लाया गया तो दो युवक भी थे। जिनमें से एक उत्तम शुगर मिल का कर्मी था।

जान बचाने की बजाय बिखरे रूपए समेटने में लगे कई लोग

– प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक ऋषभ की गाड़ी में करीब तीन से चार लाख रुपए थे। घटना के बाद सारे रुपए सड़क पर बिखरे पड़े थे। इस दौरान कुछ लोग ऋषभ की मदद कर रहे थे और पुलिस को सूचना देकर जल्द से जल्द अस्पताल में भर्ती कराने की कोशिश कर रहे थे l तो वही कई लोगों की भीड़ सड़क पर बिखरे नोटो को उठाकर जेबों में भरने लगी। यही नहीं कुछ लोग वीडियो बनाने में मशगूल हो गए