*प्रधानमंत्री स्वनिधि मंच का हुआ गठन, अध्यक्ष बने संजय चोपड़ा।*
*प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना का लक्ष्य पूरा करने के लिए मेरे प्रयास जारी रहेंगे: संजय चोपड़ा*
*हरिद्वार,* प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से वरिष्ठ समाजसेवी राधेश्याम रतूड़ी, सुंदरलाल राजपूत द्वारा संयुक्त रूप से प्रधानमंत्री स्वनिधि महा उत्सव की सफलता के उपरांत प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना को असंगठित क्षेत्र के रेडी पटरी के स्ट्रीट वेंडर्स, मजदूर श्रमिक, बैटरी रिक्शा चालक, साइकिल रिक्शा चालक, कूड़ा बीन कर अपनी जीविका चलाने वाले श्रमिकों को ज्यादा से ज्यादा लाभार्थी बनाने के लिए प्रधानमंत्री स्वनिधि मंच का हुआ गठन। जिसमें सर्वसम्मति से प्रधानमंत्री स्वनिधि मंच के अध्यक्ष संजय चोपड़ा को चुना गया।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री स्वनिधि मंच के अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशन में उत्तराखंड सरकार की और से हरिद्वार नगर निगम प्रशासन द्वारा 7 हजार असंगठित क्षेत्र के रेडी पटरी के स्ट्रीट वेंडर सहित मेहनतकश श्रमिकों को योजनाबद्ध तरीके से प्रधानमंत्री सवनिधि योजना का लाभार्थी बनाने के लिए लक्ष्य निर्धारित किया गया है जोकि हर्ष का विषय है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री स्वनिधि मंच के माध्यम से जागरूक अभियान चलाकर ज्यादा से ज्यादा स्ट्रीट वेंडर्स सहित स्वनिधि की श्रेणी में आने वाले असंगठित क्षेत्र के कामगारों को प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर योजना के तहत भारत आत्मनिर्भरता की और बढ़ाए जाने के प्रयास जारी रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा आगामी 26 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री स्वनीधि योजना की समीक्षा कर रहे हैं समीक्षा के उपरांत प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना, प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर योजना को आगे और बढ़ाए जाने की पूरी संभावना बनी हुई है इसीलिए प्रधानमंत्री स्वनिधि मंच के माध्यम से स्थानीय बैंक नगर निगम प्रशासन मेहनतकश श्रम योगी संगठनों को जोड़कर प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना को क्रियान्वयन किए जाने के लिए. मेरे प्रयास जारी रहेंगे।
कंधारी धर्मशाला स्थित प्रधानमंत्री स्वनिधि मंच के अध्यक्ष चुने जाने पर संजय चोपड़ा का फूल- मालाओं के साथ जोरदार स्वागत करते श्रमिक कल्याण परिषद के कुंवर सिंह मंडवाल, सामाजिक कार्यकर्ता. राजेश खुराना, अवधेश कोठियाल, राजेश दुआ, श्रमिक नेता राजकुमार, कुलदीप खन्ना, कमल शर्मा, चंदन सिंह रावत, खुशीराम, चंद्रकांत रावत आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।