भारतवर्ष में किसानों द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन के स्वरूप भारत सरकार द्वारा 3 किसान कानूनों को वापिस लिए जाने के समर्थन में पूर्व कृषि उत्पादन मंडी समिति अध्यक्ष संजय चोपड़ा के नेतृत्व में सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने अलकनंदा घाट पर किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों को याद करते हुए श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। सभा के उपरांत सभी सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने माँ गंगा में दीपदान कर शहीद किसानों को अपनी श्रद्धांजलि श्रद्धा सुमन अर्पित की।
इस अवसर पर पूर्व कृषि उत्पादन मंडी समिति अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने कहा किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों को शहीद के दर्जे के साथ उनके परिवार को 5 बीघा जमीन व शहीद किसानों की याद में उनके प्रत्येक गांव में उनकी मूर्ति का अनावरण कर प्रत्यय चौराहे का नाम आंदोलन में शहीद हुए किसानों की याद में विकसित किए जाएं। उन्होंने यह भी कहा उत्तराखंड सरकार द्वारा मंडी अधिनियम 2011 को उत्तराखंड राज्य की सभी मंडियों में लागू किया जाए ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के मंडी समिति के माध्यम से होने वाले विकास पुनः किए जा सके। चोपड़ा ने यह भी कहा किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य पूर्ति के लिए ई- राष्ट्रीय कृषि बाजार की योजना के क्रियान्वय में लक्ष्य पूर्ति के साथ समय निर्धारित किए जाने चाहिए ताकि किसान भाइयों का विश्वास मंडियों से जुड़ा रहे।
किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों की याद में माँ गंगा में दीपदान कर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करते सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों में धर्मशाला रक्षा समिति के सभापति पंडित चंद प्रकाश शर्मा, जीप यूनियन के अरुण अग्रवाल, व्यापारी नेता राजेश खुराना, प्रभात चौधरी, कृष्ण कुमार रावत, रमेश बिष्ट, अशोक शर्मा, सचिन राजपूत, ओमप्रकाश कल्याण, पंडित दीनानाथ पांडेय, सतीश कुमार, करण मैहर, इकबाल सिंह, नईम सलमानी, विजय गुप्ता, मोहनलाल, जय सिंह बिष्ट, ओमप्रकाश कालयान आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे श्रद्धांजलि सभा का संचालन लघु व्यापारी नेता राजेंद्र पाल ने किया।